Rupnagar (Punjab) | एस्ट्रोलॉजर अनिल कौशल
(God of Wisdom) वैदिक ज्योतिष में बुध को ग्रहों का राजकुमार कहा जाता है—एक ऐसा ग्रह जो बुद्धि, वाणी और व्यापार का प्रतीक है। लेकिन क्या इस सौम्य और हाजिरजवाब ग्रह का कोई छिपा हुआ अंधकारमय पक्ष भी है?
क्या बुध वास्तव में व्यक्ति को गूढ़ विद्याओं और काले जादू की ओर ले जा सकता है? आइए, ज्योतिष के आईने में बुध के दोनों पहलुओं का रहस्य जानें।

जब बुध शुभ हो: बुद्धि और सफलता का वरदान
असाधारण बुद्धिमत्ता – तेज दिमाग, तर्कशक्ति और विश्लेषण क्षमता
शिक्षा और ज्ञान – विशेषकर गणित, लेखा और तर्कशास्त्र में निपुणता
व्यापार और वाणिज्य – व्यापारिक समझ, सौदेबाजी की कला और बाजार पर पकड़

वाणी और संचार कौशल – वक्तृत्व, लेखन और प्रकाशन जगत में सफलता
सामाजिक व्यवहार – मित्रता, हास्य और मिलनसार व्यक्तित्व
निपुणता और कौशल – वैज्ञानिक दृष्टिकोण और किसी भी कार्य में परफेक्शन
🌑 जब बुध पीड़ित हो: छिपा हुआ रहस्यमय पक्ष
काला जादू और गुप्त विद्याएं – बुध की विकृत ऊर्जा बुद्धि को तंत्र-मंत्र की ओर मोड़ सकती है
धोखा और चालाकी – वाणी का दुरुपयोग कर दूसरों को भ्रमित करना

शारीरिक संकेत – दृष्टि में तिरछापन या विचित्र शारीरिक लक्षण
अत्यधिक व्यंग्य – मजाक को अपमानजनक हथियार बना लेना
असामान्य इंद्रियां – जैसे गंध को दूर से पहचानने की असाधारण क्षमता

बुध एक दोधारी तलवार है। एक ओर यह बुद्धि, विद्या और वाणी का वरदान देता है, तो दूसरी ओर पीड़ित होकर यही बुध व्यक्ति को धोखे, चालाकी और गुप्त विद्याओं की राह पर ले जा सकता है।
👉 इसलिए यह कहना कि बुध “काले जादू की शक्ति देता है” पूरी तरह सही नहीं है। हकीकत यह है कि एक कमजोर या पीड़ित बुध व्यक्ति को उस मार्ग की प्रवृत्ति जरूर दे सकता है।