रूपनगर (पंजाब) | एस्ट्रोलोजर अनिल कौशल
(Ganesh Chaturthi is celebrated every year on the Chaturthi Tithi) गणेश चतुर्थी हर साल भाद्रपद मास की चतुर्थी तिथि को बड़े हर्षोल्लास और भक्ति भाव से मनाई जाती है। बुद्धि, विवेक और समृद्धि के देवता भगवान गणेश का यह जन्मोत्सव पूरे देश में विशेष श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है। आइए जानते हैं वर्ष 2025 की गणेश चतुर्थी की तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व।

गणेश चतुर्थी 2025 की तिथि और मुहूर्त
- चतुर्थी तिथि प्रारंभ: 26 अगस्त 2025, दोपहर 1:54 बजे
- चतुर्थी तिथि समाप्त: 27 अगस्त 2025, दोपहर 3:44 बजे
- गणेश स्थापना की शुभ तिथि: 27 अगस्त 2025, बुधवार
- स्थापना का मध्याह्न मुहूर्त: सुबह 11:05 से दोपहर 1:40 तक
इसी मुहूर्त में गणेशजी की प्रतिमा घर, मंदिर या पंडाल में स्थापित की जाएगी और पारंपरिक पूजा-अर्चना का आरंभ होगा।
10 दिनों का उत्सव और विसर्जन : गणेश चतुर्थी से प्रारंभ होने वाला यह उत्सव 10 दिनों तक चलता है और इसका समापन अनंत चतुर्दशी पर होता है।
- विसर्जन तिथि: 6 सितंबर 2025, शनिवार
इस दिन भक्तगण भावपूर्ण आरती और पूजा के बाद गणेश प्रतिमा का विसर्जन करते हैं और उन्हें पुनः अगले वर्ष शीघ्र आगमन की प्रार्थना करते हैं।

गणेश चतुर्थी का महत्व
- यह पर्व भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है।
- गणपति को नए कार्य, परीक्षा, व्यापार और यात्रा में सफलता के लिए पूजते हैं।
- महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और दिल्ली सहित पूरे भारत में इसकी धूम रहती है।
- लोकमान्य तिलक ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान सार्वजनिक गणेशोत्सव की शुरुआत की थी, जिससे समाज में एकता और राष्ट्रभक्ति का संदेश फैल सके।
गणेश स्थापना की संक्षिप्त विधि
- चौकी पर लाल या पीला कपड़ा बिछाएं।
- संकल्प लेकर “ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का जाप करें।
- गणेशजी को पंचामृत स्नान कराएं और वस्त्र-आभूषण चढ़ाएं।
- मोदक, दूर्वा, सिंदूर और लाल फूल अर्पित करें।
- परिवार सहित आरती करें और भोग लगाएं।

गणेश चतुर्थी पर क्या न करें?
- इस दिन चंद्र दर्शन को अशुभ माना गया है। मान्यता है कि गणेश चतुर्थी की रात चंद्रमा देखने से कलंक (झूठा आरोप) लग सकता है।
- इसलिए इस दिन चंद्रमा न देखने की परंपरा प्रचलित है।
गणेश चतुर्थी सिर्फ एक धार्मिक पर्व ही नहीं, बल्कि यह भक्ति, उल्लास और सामाजिक एकता का अद्भुत प्रतीक है। 2025 में 27 अगस्त को गणेश स्थापना का शुभ योग है। आइए, हम सब मिलकर इस दिन गणपति बप्पा का स्वागत करें और जीवन में सुख-समृद्धि की कामना करें।