
Rupnagar (Punjab)| एस्ट्रोलॉजर अनिल कौशल
What to Buy Before Navratri? नवरात्रि केवल उपवास और पूजा का पर्व ही नहीं है, बल्कि यह देवी शक्ति का स्वागत करने का पावन अवसर भी है।
परंपरागत रूप से नवरात्रि से पहले और इन नौ दिनों में कुछ विशेष वस्तुएं घर लाने से सुख, शांति, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का आगमन होता है।
माना जाता है कि ये चीज़ें देवी मां को प्रसन्न करती हैं और घर-परिवार पर उनका आशीर्वाद बना रहता है।

आइए जानते हैं नवरात्रि से पहले और नौ दिनों में कौन-से सामान शुभ माने जाते हैं और किस दिन कौन-सी वस्तु खरीदना सबसे उत्तम रहता है।
🌸 नवरात्रि से पहले खरीदें ये शुभ वस्तुएं
- कलश – मिट्टी या तांबे का कलश, जिसमें जल, आम के पत्ते और नारियल रखकर स्थापना करने से नवदुर्गा का आह्वान होता है।
- नारियल (श्रीफल) – समृद्धि और पूर्णता का प्रतीक, जिसे देवी मां को अर्पित करना अत्यंत शुभ माना गया है।
- लाल चुनरी – माता दुर्गा को लाल चुनरी ओढ़ाने से घर में मंगल और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
See Video – Exhaustion of nerves: (due to the conjunction of Mercury and the seventh house lord) - गेहूं या जौ – जवारे बोने के लिए, जो अंकुरित होकर समृद्धि और उन्नति का संकेत देते हैं।
- पूजा सामग्री – कुमकुम, हल्दी, चंदन, रोली व अन्य पूजन सामग्री।
- दीपक और तेल/घी – अखंड ज्योति प्रज्वलित करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
- पान के पत्ते, सुपारी, लौंग-इलायची – पूजा में उपयोग से घर की शुद्धि और सकारात्मकता बढ़ती है।
- फूल – विशेषकर लाल-पीला गेंदा, गुलाब और कमल, जिन्हें देवी मां को अत्यंत प्रिय माना जाता है।
- घंटी या शंख – इनके नाद से वातावरण में दिव्यता और पवित्रता आती है।
- धूप-अगरबत्ती – घर की ऊर्जा शुद्ध और सुगंधित बनी रहती है।

🌺नवरात्रि के 9 दिनों में क्या खरीदें?
पहला दिन – माता शैलपुत्री
- मिट्टी का कलश, जौ या गेहूं बोने का सामान, लाल चुनरी।
- ये घर में स्थिरता, ऊर्जा और समृद्धि लाते हैं।
दूसरा दिन – माता ब्रह्मचारिणी
- घी, मिश्री और शहद।
- साधना शक्ति, शांति और आशीर्वाद प्राप्त होता है।

तीसरा दिन – माता चंद्रघंटा
- घंटी, शंख, धूप और अगरबत्ती।
- इनके प्रयोग से नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं।
चौथा दिन – माता कूष्मांडा
- कद्दू (कूष्माण्ड) और शुद्ध शहद।
- घर में स्वास्थ्य और ऊर्जा बनी रहती है।
पांचवां दिन – माता स्कंदमाता
- केले का फल और पीले फूल (गेंदा, गुलदाउदी)।
- संतान सुख और घर में आनंद की वृद्धि होती है।
छठा दिन – माता कात्यायनी
- शहद, लाल गुलाब या कमल का फूल।
- दांपत्य जीवन में प्रेम और सौहार्द बढ़ता है।
सातवां दिन – माता कालरात्रि

- गुड़ और तिल का तेल दीपक हेतु।
- भय और नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं, साहस मिलता है।
आठवां दिन – माता महागौरी
- नारियल, चावल और दूध से बनी मिठाई (खीर)।
- शांति, पवित्रता और ऐश्वर्य का आशीर्वाद मिलता है।
नौवां दिन – माता सिद्धिदात्री
- सुपारी, लौंग-इलायची और पान के पत्ते।
- पूर्णता, सिद्धि और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
✨ इस नवरात्रि अपने घर में इन वस्तुओं को लाकर मां दुर्गा की कृपा पाएं और अपने जीवन को सुख-शांति, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा से भर दें।