Assured Destined: पैसा, शोहरत और भाग्य का राजयोग, यूं बदल सकती है आपकी किस्मत

Rupnagar (Punjab) | एस्ट्रोलॉजर अनिल कौशल

(Signs of Chandra-Mangal Yog..) ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को अत्यंत महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है। यह मन, भावनाओं और माता के कारक होते हैं। जब चंद्रमा का विशेष संयोग अन्य ग्रहों के साथ बनता है, तो व्यक्ति के जीवन में कई शुभ परिणाम देखने को मिलते हैं।

ऐसे ही एक अद्भुत और शक्तिशाली योग को चंद्र-मंगल योग कहा जाता है। जब कुंडली में चंद्रमा और मंगल का मिलन होता है, तो यह योग व्यक्ति को आर्थिक मजबूती, धन-धान्य, घर-परिवार में सुख और आत्मविश्वास प्रदान करता है।

कहा जाता है कि जिनकी कुंडली में यह योग मौजूद हो, उन्हें जीवन में कभी भी पैसे की कमी का सामना नहीं करना पड़ता। उनकी मेहनत और परिश्रम का फल उन्हें दोगुना मिलता है और वे अपने बलबूते पर सफलता की नई ऊंचाइयों तक पहुंचते हैं।

चंद्रमा का प्रभाव केवल मन और भावनाओं तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन में धन प्रवाह और समृद्धि से भी गहराई से जुड़ा हुआ है।

कैसे बनता है चंद्र-मंगल योग?

जब चंद्रमा और मंगल एक साथ हों।

या दोनों ग्रह शुभ भाव में स्थित होकर एक-दूसरे पर दृष्टि डालते हों।

इन ग्रहों की सकारात्मक स्थिति से बनता है चंद्र-मंगल योग, जिसे धन-समृद्धि का योग भी कहा जाता है।

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चंद्र-मंगल योग के सकारात्मक प्रभाव

चंद्र-मंगल योग को ज्योतिष में बेहद शुभ और शक्तिशाली योग माना जाता है।

जब यह योग कुंडली में बनता है, तो जीवन में खुशहाली, धन और सफलता का मार्ग प्रशस्त होता है।

यह केवल आर्थिक मजबूती ही नहीं देता, बल्कि जीवन के हर पहलू में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है।

शुभ प्रभावों की झलक:

🔥धन और समृद्धि : जीवनभर आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ता।

🔥 ऊर्जा और जोश : जातक के व्यक्तित्व में अपार आत्मविश्वास और साहस झलकता है।

🔥 व्यापार में सफलता : कारोबारी जातकों को व्यापार में लगातार लाभ और विस्तार मिलता है।

🔥 करियर में प्रगति : नौकरीपेशा जातकों को तरक्की और नए अवसर प्राप्त होते हैं।

🔥 मान-सम्मान और प्रतिष्ठा : समाज में सम्मान, प्रतिष्ठा और प्रभाव बढ़ता है।

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चंद्र-मंगल योग के नकारात्मक प्रभाव

ज्योतिष शास्त्र में जहां चंद्र-मंगल योग को धन और समृद्धि का दाता माना गया है, वहीं इसकी अशुभ स्थिति जीवन में कठिनाइयां भी ला सकती है।

जब चंद्रमा और मंगल दोनों ही अशुभ भाव या स्थिति में हों, तो यह योग रिश्तों, स्वास्थ्य और वैवाहिक जीवन पर प्रतिकूल असर डालता है।

नकारात्मक प्रभावों की झलक:

🔥 मां से संबंधों में तनाव : मां से दूरी या मतभेद की स्थिति बन सकती है।

🔥 रिश्तों में खटास : परिवार और जीवनसाथी के साथ अनबन बढ़ सकती है।

🔥 सेहत पर असर : मानसिक तनाव, रक्तचाप और ऊर्जा असंतुलन की समस्या।

🔥 क्रोध और आवेग : जातक जल्दी गुस्से में आ सकता है, जिससे रिश्ते और अवसर दोनों बिगड़ते हैं।

🔥 वैवाहिक जीवन में अस्थिरता : दांपत्य जीवन में विवाद और मतभेद बढ़ सकते हैं।

🌘 विशेष महत्व

अगर यह योग अशुभ ग्रह स्थिति में बने, तो व्यक्ति की आर्थिक स्थिति तो डगमगा सकती ही है, साथ ही रिश्ते, स्वास्थ्य और मानसिक शांति पर भी गहरा प्रभाव डालता है।

इसलिए ज्योतिष में इसकी शांति और उपाय करना अत्यंत आवश्यक माना जाता है। चंद्र-मंगल योग जातक के जीवन को संघर्ष से निकालकर सुख और समृद्धि के मार्ग पर ले जाता है।

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