
15 अगस्त 2025: भारत का 79वां स्वतंत्रता दिवस – गर्व, संकल्प और नवचेतना का उत्सव
आज, 15 अगस्त 2025 को भारत अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है — एक ऐसा दिन जो देश की गौरवशाली विरासत, संघर्ष और संकल्प का प्रतीक है। 1947 में इसी दिन भारत ने ब्रिटिश शासन से आज़ादी प्राप्त की थी, और तब से यह दिन हर साल पूरे देश में उत्साह, श्रद्धा और देशभक्ति के साथ मनाया जाता है।

ज्योतिष के तीन खास नियम: बुध, बृहस्पति और सूर्य की स्थिति से जीवन के राज़
ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की स्थिति, डिग्री और आपसी संबंध व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव डालते हैं। बुध, बृहस्पति और सूर्य से जुड़े विशेष योग न केवल जातक के करियर और विद्वता को दर्शाते हैं, बल्कि उसके स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति के बारे में भी महत्वपूर्ण संकेत देते हैं।

सफलता और समृद्धि के लिए अपनाएं सही रंग: जानें किस राशि के लिए कौन सा रंग है शुभ
ज्योतिष शास्त्र में हर राशि का एक स्वामी ग्रह होता है और हर ग्रह का एक विशेष रंग। इन रंगों को अपने जीवन में शामिल करके आप अपने ग्रह को मजबूत कर सकते हैं और जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता पा सकते हैं। कुंडली के ग्रह, राशि के आधार पर शुभ रंग का इस्तेमाल करना बहुत लाभ देता है।

नरसिंह को शांत करने आए शिव! सृष्टि की रक्षा के लिए लिया शरभ रूप
सावन का महीना इस वर्ष 11 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त 2025 को समाप्त होगा, और इसका अंतिम दिन श्रावण पूर्णिमा व रक्षाबंधन के पर्व के साथ मनाया जाएगा। सनातन धर्म में सावन पूर्णिमा के दिन को शिव पूजन के लिए काफी खास माना जाता है।

नंद के आनंद भयो 2025: आधी रात की भक्ति, कथा और कृष्ण की झलक
कृष्ण जन्माष्टमी भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव का पर्व है। उनका जन्म मथुरा के कारागार में हुआ था, जब चारों ओर अंधकार और अत्याचार फैला हुआ था। यह दिन अच्छाई की बुराई पर विजय का प्रतीक है

‘मूलांक’ और ‘भाग्यांक’ से जानें अपनी किस्मत: क्या प्रधानमंत्री मोदी की तरह आप भी हैं भाग्यशाली?
अंक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मूलांक और भाग्यांक दो ऐसे रहस्यमयी अंक हैं जो आपके व्यक्तित्व, भविष्य और भाग्य से गहराई से जुड़े होते हैं। लेकिन अक्सर लोग इन दोनों को एक ही समझ बैठते हैं। आइए जानें कि ये दोनों कैसे अलग हैं और इन्हें कैसे आसानी से निकाला जा सकता है।

क्या असफलता का कारण नजर है या हमारी सोच? महाराज जी ने किया स्पष्ट
जब हमारा मन किसी बात को मान लेता है, तो हमारा अवचेतन मन (Subconscious Mind) उसी के अनुसार कार्य करने लगता है। यदि हम यह मान लेते हैं कि हमें नजर लग गई है, तो हमारा आत्मविश्वास डगमगाने लगता है और हम नकारात्मक सोचने लगते हैं। यही नकारात्मकता हमारे कार्यों में बाधा उत्पन्न करती है, न कि कोई बाहरी बुरी शक्ति।

तो तैयार हो जाइए, अगस्त में आपके लिए बहुत कुछ खास होने वाला है
अगस्त का महीना ज्योतिष की दृष्टि से बहुत खास होने वाला है। इस महीने पाँच राशियों के लिए एक बहुत ही शुभ और दुर्लभ योग बन रहा है, जिसे लक्ष्मी नारायण राजयोग कहते हैं। यह योग तब बनता है जब कुंडली में धन और समृद्धि के ग्रह बुध और शुक्र एक साथ आते हैं। ज्योतिष शास्त्र में इस योग को बेहद शुभ माना जाता है क्योंकि यह जीवन में ढेर सारी खुशियाँ और समृद्धि लाता है।

ग्रहों की अशुभ स्थिति बन सकती है डिप्रेशन का कारण
ज्योतिष शास्त्र में मानसिक स्वास्थ्य को व्यक्ति के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना गया है। हमारी कुंडली में ग्रहों की स्थिति और उनका प्रभाव हमारे मन, भावनाओं और सोचने के तरीके को गहराई से प्रभावित करता है। जब ये ग्रह अशुभ स्थिति में होते हैं, तो व्यक्ति को मानसिक तनाव, चिंता, अवसाद (डिप्रेशन) और अन्य मानसिक रोगों का सामना करना पड़ सकता है।

सावन का अंतिम सोमवार (4 अगस्त 2025): दुर्लभ शुभ योगों का संयोग
सोमवार न केवल भगवान शिव की कृपा पाने का अंतिम मौका है, बल्कि इस दिन बन रहे सर्वार्थ सिद्धि योग, विजय मुहूर्त, और अमृत काल इसे बेहद खास बना रहे हैं। अगर आप जीवन में सुख-समृद्धि, शांति और कष्टों से मुक्ति चाहते हैं, तो इस दिन विधिवत पूजा करना अत्यंत फलदायी रहेगा।

AstroTrading: Dalal Street की चाल, ग्रहों के हाल पर निर्भर
शेयर बाजार, एक ऐसा अखाड़ा जहाँ एक पल में कोई फर्श से अर्श पर पहुंच जाता है, तो अगले ही पल अर्श से फर्श पर आ गिरता है। यह सिर्फ निवेशकों के भाग्य का ही नहीं, बल्कि किसी भी देश की आर्थिक सेहत का भी बैरोमीटर है। जब बाजार चढ़ता है, तो देश की अर्थव्यवस्था मुस्कुराती है; वहीं, जब गोता लगाता है, तो मंदी और महंगाई की आहट सुनाई देती है। लेकिन क्या इस अनिश्चितता भरे खेल में ग्रहों का भी कोई रोल होता है? भारतीय वैदिक ज्योतिष तो कुछ ऐसा ही कहता है।

सावन में रुद्राक्ष धारण करने का सही तरीका: जानें भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के नियम
पंचमुखी रुद्राक्ष सबसे लोकप्रिय, स्वास्थ्य, शांति और सामान्य कल्याण के लिए माना जाता है शुभ रूपनगर (पंजाब) | एस्ट्रोलोजर अनिल कौशल (Beyond Belief: How Rudraksha Beads Offer Spiritual and Scientific Benefits) सावन का पवित्र महीना भगवान शिव को समर्पित होता है, और इस दौरान रुद्राक्ष धारण करना अत्यंत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि…