
नरसिंह को शांत करने आए शिव! सृष्टि की रक्षा के लिए लिया शरभ रूप
सावन का महीना इस वर्ष 11 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त 2025 को समाप्त होगा, और इसका अंतिम दिन श्रावण पूर्णिमा व रक्षाबंधन के पर्व के साथ मनाया जाएगा। सनातन धर्म में सावन पूर्णिमा के दिन को शिव पूजन के लिए काफी खास माना जाता है।

सावन का अंतिम सोमवार (4 अगस्त 2025): दुर्लभ शुभ योगों का संयोग
सोमवार न केवल भगवान शिव की कृपा पाने का अंतिम मौका है, बल्कि इस दिन बन रहे सर्वार्थ सिद्धि योग, विजय मुहूर्त, और अमृत काल इसे बेहद खास बना रहे हैं। अगर आप जीवन में सुख-समृद्धि, शांति और कष्टों से मुक्ति चाहते हैं, तो इस दिन विधिवत पूजा करना अत्यंत फलदायी रहेगा।

पुत्रदा एकादशी 2025: संतान सुख का दिव्य व्रत, जब आस्था देती है आशीर्वाद
सावन में विष्णु भक्ति और पुत्र प्राप्ति का अद्भुत संयोग रूपनगर (पंजाब) | एस्ट्रोलोजर अनिल कौशल (Putrada Ekadashi is a holy festival dedicated to Lord Vishnu) पुत्रदा एकादशी, भगवान विष्णु को समर्पित वह पावन पर्व है जो संतान की प्राप्ति के लिए श्रद्धापूर्वक मनाया जाता है। सावन माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी को यह…

भारत की आध्यात्मिक एकता में क्यों हैं चार धाम सबसे विशेष?
चार धाम—बद्रीनाथ (उत्तर), द्वारका (पश्चिम), जगन्नाथ पुरी (पूर्व) और रामेश्वरम (दक्षिण)

Sawan Special: भस्म से शिव की आराधना कैसे बदलती है जीवन, सावन में शिवलिंग पर भस्म चढ़ाने के नियम और आध्यात्मिक लाभ, पढ़ें
भस्म परम सत्य का सूचक है और यह भी दर्शाती है कि संसार में कुछ भी स्थायी नहीं है रूपनगर (पंजाब) | एस्ट्रोलोजर अनिल कौशल (Offering ash on Shivling brings worldly and spiritual peace) सावन के पवित्र महीने में भगवान शिव की आराधना का विशेष महत्व है। भगवान शिव ही एकमात्र ऐसे देवता हैं जिनका…