
बुध ग्रह: जीवन पर गहरा असर डालने वाले नियम, जानें रूल 16, 17 और 18 क्या कहता है
वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि, वाणी, गणना, संचार और व्यापार का कारक माना जाता है। यह ग्रह जहाँ और जिस भाव में स्थित होता है, वहाँ अपनी विशेष छाप छोड़ता है। जन्मकुंडली में बुध की स्थिति व्यक्ति की लेखन क्षमता, आर्थिक समझ, शिक्षा, सौदेबाजी की कला और यहां तक कि उसके जीवन की दिशा को प्रभावित करती है।

ज्योतिष के तीन खास नियम: बुध, बृहस्पति और सूर्य की स्थिति से जीवन के राज़
ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की स्थिति, डिग्री और आपसी संबंध व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव डालते हैं। बुध, बृहस्पति और सूर्य से जुड़े विशेष योग न केवल जातक के करियर और विद्वता को दर्शाते हैं, बल्कि उसके स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति के बारे में भी महत्वपूर्ण संकेत देते हैं।