
सावन में रुद्राक्ष धारण करने का सही तरीका: जानें भगवान शिव का आशीर्वाद पाने के नियम
पंचमुखी रुद्राक्ष सबसे लोकप्रिय, स्वास्थ्य, शांति और सामान्य कल्याण के लिए माना जाता है शुभ रूपनगर (पंजाब) | एस्ट्रोलोजर अनिल कौशल (Beyond Belief: How Rudraksha Beads Offer Spiritual and Scientific Benefits) सावन का पवित्र महीना भगवान शिव को समर्पित होता है, और इस दौरान रुद्राक्ष धारण करना अत्यंत शुभ माना जाता है। मान्यता है कि…

शाम ढले भूलकर भी न करें इन 9 चीजों का दान या लेनदेन! जानें क्या कहता है ज्योतिष
सूर्यास्त के बाद बरतें सावधानी, मां लक्ष्मी हो जाएंगी नाराज! रूपनगर (पंजाब) | एस्ट्रोलोजर अनिल कौशल (Transaction of some items after sunset is considered inauspicious) क्या आप जानते हैं कि शाम के समय कुछ चीजों को घर से बाहर देना या दान करना आपकी आर्थिक स्थिति और मानसिक शांति पर बुरा असर डाल सकता है?…

पुत्रदा एकादशी 2025: संतान सुख का दिव्य व्रत, जब आस्था देती है आशीर्वाद
सावन में विष्णु भक्ति और पुत्र प्राप्ति का अद्भुत संयोग रूपनगर (पंजाब) | एस्ट्रोलोजर अनिल कौशल (Putrada Ekadashi is a holy festival dedicated to Lord Vishnu) पुत्रदा एकादशी, भगवान विष्णु को समर्पित वह पावन पर्व है जो संतान की प्राप्ति के लिए श्रद्धापूर्वक मनाया जाता है। सावन माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी को यह…

“तुलसी: आंगन की देवी, जीवन की संजीवनी”
अभिव्यक्ति – मैं तुलसी तेरे आंगन की… रूपनगर (पंजाब) | एस्ट्रोलोजर अनिल कौशल (In Hinduism, Tulsi is considered as a form of Goddess) भारत की प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर में तुलसी का पौधा सिर्फ एक साधारण वनस्पति नहीं है। यह पौधा आस्था, स्वास्थ्य और पर्यावरण—इन तीनों का त्रिवेणी संगम माना जाता है। सदियों से हमारे घरों…

तिलक लगाने का महत्व: धार्मिक, वैज्ञानिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से
तिलक लगे तो बात बने: संस्कृति से वायरल तक रूपनगर (पंजाब) | एस्ट्रोलोजर अनिल कौशल (Tilak is not just a religious symbol, but it is a symbol of the depth) तिलक केवल एक धार्मिक चिह्न नहीं, बल्कि यह सनातन संस्कृति की गहराई, ऊर्जा और आत्मिक चेतना का प्रतीक है। राजाओं, ऋषियों और योद्धाओं के तिलक…

शिवभक्ति की अनोखी परंपरा: नंदी के कान में कहें अपनी दिल की बात!
मंदिरों में भगवान शिव की पूजा के बाद नंदी के कान में इच्छा बताने की प्राचीन परंपरा है। इस सुंदर और रहस्यमय परंपरा के पीछे धार्मिक आस्था, पौराणिक कथाएँ और मनोवैज्ञानिक विश्वास छिपा है।
नंदी, भगवान शिव के प्रिय वाहन और परम भक्त हैं। शास्त्रों में उन्हें शिव का प्रमुख द्वारपाल एवं संदेशवाहक माना गया है।

भारत की आध्यात्मिक एकता में क्यों हैं चार धाम सबसे विशेष?
चार धाम—बद्रीनाथ (उत्तर), द्वारका (पश्चिम), जगन्नाथ पुरी (पूर्व) और रामेश्वरम (दक्षिण)

डरावने सपनों का रहस्य: प्रेमानंद महाराज के आध्यात्मिक दृष्टिकोण से जानिए कारण
प्रेमानंद महाराज ने यह भी बताया कि अच्छी नींद और शुभ सपनों के लिए सोते समय एकाग्रचित्त होकर गुरु मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र का जाप गिनती में नहीं, बल्कि पूर्ण भक्ति और ध्यान के साथ करना चाहिए।

हरियाली तीज 2025: नई चूड़ियाँ क्यों पहनें? जानें वैवाहिक जीवन में इनका महत्व, चूड़ियों में छिपा है सौभाग्य का मंत्र
27 जुलाई 2025 को मनाया जाने वाला हरियाली तीज महिलाओं के लिए सौंदर्य, आस्था और परंपरा का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इस दिन महिलाएं विशेष रूप से सोलह श्रृंगार करती हैं

Sawan Special: भस्म से शिव की आराधना कैसे बदलती है जीवन, सावन में शिवलिंग पर भस्म चढ़ाने के नियम और आध्यात्मिक लाभ, पढ़ें
भस्म परम सत्य का सूचक है और यह भी दर्शाती है कि संसार में कुछ भी स्थायी नहीं है रूपनगर (पंजाब) | एस्ट्रोलोजर अनिल कौशल (Offering ash on Shivling brings worldly and spiritual peace) सावन के पवित्र महीने में भगवान शिव की आराधना का विशेष महत्व है। भगवान शिव ही एकमात्र ऐसे देवता हैं जिनका…