अक्सर माएं अपने बच्चों की नजर उतारती हैं—भीड़ में ले जाने के बाद या बुखार आने पर
रूपनगर (पंजाब) | एस्ट्रोलोजर अनिल कौशल
(It is not the evil eye but negative thinking that spoils your luck) जब हमारा मन किसी बात को मान लेता है, तो हमारा अवचेतन मन (Subconscious Mind) उसी के अनुसार कार्य करने लगता है। यदि हम यह मान लेते हैं कि हमें नजर लग गई है, तो हमारा आत्मविश्वास डगमगाने लगता है और हम नकारात्मक सोचने लगते हैं। यही नकारात्मकता हमारे कार्यों में बाधा उत्पन्न करती है, न कि कोई बाहरी बुरी शक्ति।

हमारे समाज में नजर लगना एक ऐसा विषय है, जिस पर चर्चा कभी थमती नहीं। आपने भी सुना होगा—”किसी की नजर लग गई, इसलिए काम नहीं बना।” कई लोग अपने अच्छे कामों को छुपा कर रखते हैं, कहीं किसी की बुरी नजर न पड़ जाए! लेकिन क्या वाकई नजर उतनी ताकतवर है? क्या सच में नजर लगने से सारे बनते-बनाए काम अचानक बिगड़ जाते हैं?
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इन्हीं सवालों का जवाब देने के लिए आगे आए हैं प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद महाराज। उनके द्वारा दी गई सीख न सिर्फ नजर के भ्रम को तोड़ती है, बल्कि एक सकारात्मक दिशा भी दिखाती है।

प्रेमानंद महाराज का उद्गार
एक भक्त के सवाल का जवाब देते हुए स्वामी प्रेमानंद ने कहा—“यह सब हमारे कर्म हैं। अगर किसी कार्य में असफलता मिली है, तो हम उसे नजर लगना कह सकते हैं, लेकिन असलियत में ये हमारे ही कर्मों का फल होता है। फिजूल की बातों में न उलझें, बल्कि राधा-राधा जपें। जब भी किसी शुभ काम के लिए घर से निकलें, ‘राधा-राधा’ नाम लेकर निकलें, कोई बाधा नहीं आएगी!”
बच्चों की नजर उतारने पर क्या बोले महाराज
अक्सर माएं अपने बच्चों की नजर उतारती हैं—भीड़ में ले जाने के बाद या बुखार आने पर। इस पर प्रेमानंद महाराज ने कहा कि मां अपने प्यार में ही बच्चे की नजर उतारती है, जिससे वह अपने भावों को मजबूत करती है।
राक्षस का मुखौटा या भगवान की तस्वीर?
बहुत से घरों में देखा जाता है कि लोग बुरी नजर से बचने के लिए दरवाजे पर राक्षस का मुखौटा या नींबू-मिर्च टांग देते हैं। प्रेमानंद महाराज ने इस पर भी मार्गदर्शन दिया—“इन सब टोटकों की जगह घर के बाहर भगवान की तस्वीर लगानी चाहिए। इससे न सिर्फ घर की ऊर्जा सकारात्मक रहेगी, बल्कि वास्तविक सुरक्षा और आशीर्वाद भी मिलेगा।”

नजर लगे या न लगे, कर्म सबसे ऊपर
तो अगली बार जब कोई कहे कि नजर लग गई है, तो प्रेमानंद महाराज की ये सीख याद रखें—सच्ची श्रद्धा और अच्छे कर्म ही आपके काम को सफलता दिलाएंगे। नजर जैसी धारणाओं में फंसने के बजाय, भगवान का नाम लें और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ें।
नजर से बचना है? खुद को और अपने परिवार को सकारात्मक सोच और भगवान के नाम से सुरक्षित बनाएं। कामयाबी आपके कदम चूमेगी!
