Mercury in your horoscope: शुभ या अशुभ? जानें लग्न अनुसार 12 राशियों का हाल: एक संपूर्ण विश्लेषण

Rupnagar (Punjab) | Astrologer Anil Kaushal

(Mercury: How is your destiny and career determined? ) ‘लर्न एस्ट्रोलॉजी विद अनिल कौशल’ में आज हम बुध ग्रह यानी मरकरी पर अपनी चर्चा को समाप्त करेंगे।

पिछली कई वीडियोज़ में आपने बुध (Mercury) के बारे में बहुत कुछ जाना है। अब इस आखिरी वीडियो में, हम समझेंगे कि बुध अलग-अलग लग्नों के लिए कैसा स्वभाव रखता है।

जैसा कि आप जानते हैं, बुध एक राजसी और सजीवता का प्रतिनिधित्व करने वाला ग्रह है। यह हर लग्न में एक अनोखा प्रभाव डालता है। तो आइए, जानते हैं कि बुध विभिन्न लग्नों में जातक को किस तरह का फल देता है।

Mercury in Aries Ascendant: What is its effect?

मेष लग्न के लिए बुध को एक अशुभ ग्रह माना जाता है। इसकी दो राशियां—मिथुन (तीसरी राशि) और कन्या (छठी राशि)—कुंडली के उपचय भावों में आती हैं। ज्योतिष में, छठा घर रोग और शत्रुओं का स्थान माना जाता है, जबकि तीसरा घर पराक्रम का होता है। इन भावों का स्वामी होने के कारण, इसे मेष लग्न के लिए शुभ नहीं माना जाता।

Mercury in Taurus Ascendant: Significator of Wealth and Luck

वृषभ लग्न वालों के लिए बुध एक बेहद शुभ ग्रह है। बुध की एक राशि, मिथुन (तीसरी राशि), धन भाव यानी दूसरे घर में आती है। वहीं, इसकी दूसरी राशि, कन्या (छठी राशि), पंचम भाव में आती है, जिसे त्रिकोण भाव भी कहते हैं। इस त्रिकोण भाव का स्वामी होने के कारण बुध को वृषभ लग्न के लिए बहुत ही शुभ फल देने वाला माना जाता है।

Gemini and Virgo Ascendant: Mercury’s own house

मिथुन लग्न: मिथुन लग्न का स्वामी स्वयं बुध ही है। लग्न का स्वामी कभी अशुभ नहीं होता। बुध की दूसरी राशि, कन्या (छठी राशि), चौथे भाव में पड़ती है, जो सुख का स्थान है। इस तरह, बुध एक केंद्र और एक त्रिकोण का स्वामी होने के कारण बेहद शुभ और योगकारक हो जाता है।

कन्या लग्न: कन्या लग्न का स्वामी भी स्वयं बुध ही है। इसलिए, कन्या लग्न में बुध हमेशा शुभ और लाभकारी रहेगा।

Mercury in Cancer and Leo Ascendant: A Malefic Planet

कर्क लग्न: कर्क लग्न वालों के लिए बुध को एक अशुभ ग्रह माना जाता है। बुध की एक राशि, मिथुन (तीसरी राशि), बारहवें भाव में आती है। यह भाव हानि और व्यय का होता है। इस कारण, कर्क लग्न के जातकों के लिए बुध शुभ फल नहीं देता।

सिंह लग्न: सिंह लग्न के लिए भी बुध अशुभ माना जाता है। बुध की राशि, कन्या (छठी राशि), सिंह लग्न की कुंडली में आठवें भाव में आती है, जो बाधाओं का स्थान है।

Mercury in Libra Ascendant: Door to Luck

तुला लग्न वालों के लिए बुध एक बेहद शुभ ग्रह है। बुध की एक राशि, मिथुन (तीसरी राशि), नवें भाव में आती है, जिसे ‘त्रिकोण भाव’ भी कहते हैं। यह भाव धर्म और भाग्य का है। इस कारण बुध तुला लग्न के जातकों के लिए बहुत शुभ फलदायी होता है।

Effect of Mercury in Scorpio, Sagittarius and Capricorn Ascendant

वृश्चिक लग्न: वृश्चिक लग्न के लिए बुध को एक अशुभ ग्रह माना जाता है। इस लग्न के जातकों को बुध अच्छे परिणाम नहीं दे पाता।

धनु लग्न: धनु लग्न के लिए बुध को शुभ माना जाता है, लेकिन यह “बाधकेश” भी होता है। इसलिए, धनु लग्न वालों को हमेशा यह ध्यान रखना चाहिए कि जब भी बुध अशुभ प्रभाव दे, तो उसके उपाय जरूर करें।

मकर लग्न: मकर लग्न के लिए बुध हमेशा शुभ फलदायी रहता है।

Pisces Ascendant and the Final Rule of Astrology

मीन लग्न: मीन लग्न के लिए बुध को अशुभ माना जाता है।

एक महत्वपूर्ण बात: यह विश्लेषण एक सामान्य जानकारी पर आधारित है। ज्योतिष में किसी भी ग्रह का फल उसके साथ मौजूद अन्य ग्रहों और उन पर पड़ने वाली उनकी दृष्टि पर भी निर्भर करता है।

अगर एक शुभ बुध किसी अशुभ ग्रह के साथ हो या उसकी दृष्टि में हो, तो उसका अच्छा प्रभाव भी कम हो जाता है। इसी तरह, अगर एक अशुभ बुध को कोई शुभ ग्रह देख रहा हो या उसके साथ हो, तो उसका बुरा प्रभाव भी बहुत हद तक कम हो जाता है।

इन वीडियोज़ के माध्यम से, हमने बुध ग्रह के बारे में वह सब कुछ जानने की कोशिश की है जो आपके लिए ज़रूरी है। अब अगले एपिसोड से, हम किसी और ग्रह पर अपनी सिलसिलेवार चर्चा शुरू करेंगे।

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