
Rupnagar (Punjab) | एस्ट्रोलॉजर अनिल कौशल
Who is your friend in the office? : ऑफिस और Corporate जगत की चकाचौंध के बीच असली चेहरों को पहचानना किसी चुनौती से कम नहीं है।
महान कूटनीतिज्ञ और अर्थशास्त्री आचार्य चाणक्य ने सदियों पहले मानव स्वभाव के जिन रहस्यों को उजागर किया था, वे आज के ऑफिस पालिटिक्स में भी उतने ही प्रासंगिक हैं।
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आपके आस-पास कुछ ऐसे लोग हमेशा मौजूद रहते हैं, जो आपके मुंह पर तो आपकी प्रशंसा के पुल बांधते हैं, लेकिन पीठ पीछे आपकी बुराइयां करने और आपकी सफलता का श्रेय लेने से नहीं चूकते।

चाणक्य की इन शिक्षाओं को अगर ज्योतिषीय दृष्टिकोण से देखें, तो ग्रहों की चाल और राशियों का स्वभाव भी हमें ऐसे लोगों को पहचानने में मदद करता है।
कुछ विशेष ग्रह योग और राशियों में जन्मे लोगों में ऐसे गुण पाए जाने की संभावना अधिक होती है।
आइए, पहचानते हैं ऑफिस में मौजूद उन 4 तरह के लोगों को, जिनसे आपको सतर्क रहने की आवश्यकता है।
- The Two-Faced Communicator
मिथुन (Gemini) राशि को दोहरे स्वभाव का प्रतीक माना गया है। इस राशि के लोग संवाद में माहिर होते हैं, लेकिन अगर इनकी कुंडली में बुध (Mercury) ग्रह पीड़ित हो, तो ये अपनी इस कला का गलत फायदा उठा सकते हैं।

बुध ग्रह वाणी और बुद्धि का कारक है। जब बुध पर राहु (Rahu) जैसे पाप ग्रहों का प्रभाव होता है, तो व्यक्ति बातों को बढ़ा-चढ़ाकर बोलने वाला, गॉसिप करने वाला और दोहरी बातें करने वाला हो सकता है।
ऐसे लोग आपके सामने कुछ और, और दूसरों के सामने कुछ और बोलकर भ्रम की स्थिति पैदा कर सकते हैं।
- The Overly Ambitious Credit-Stealer
वृश्चिक (Scorpio) और मकर (Capricorn) राशि के जातक अत्यधिक महत्वाकांक्षी होते हैं।
इनमें अपने लक्ष्य को लेकर गजब का जुनून होता है।

हालांकि, यदि इनकी कुंडली में मंगल (Mars) या शनि (Saturn) अशुभ स्थिति में हों, तो ये अपनी महत्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए गलत रास्ते भी अपना सकते हैं।
कुंडली का छठा भाव (6th House) शत्रुओं और प्रतिस्पर्धा का होता है।
यदि इस भाव में राहु जैसा ग्रह बैठा हो, तो व्यक्ति अपने सहकर्मियों के काम का श्रेय लेने की कोशिश कर सकता है।
- The Jealous Backbiter
ज्योतिष में ईर्ष्या का संबंध कमजोर चंद्रमा (Moon) और पीड़ित बृहस्पति (Jupiter) से देखा जाता है।

जब किसी की कुंडली में चंद्रमा कमजोर होता है, तो व्यक्ति भावनात्मक रूप से अस्थिर और दूसरों से जलने वाला हो सकता है।
मीन (Pisces) राशि के लोग बहुत भावुक होते हैं, लेकिन अगर उनकी कुंडली में ग्रह नकारात्मक प्रभाव दे रहे हों, तो वे अपनी भावनाओं को सही दिशा नहीं दे पाते और ईर्ष्या का शिकार हो जाते हैं।
ऐसे लोग अक्सर पीठ पीछे बुराई करते हैं क्योंकि वे सीधे तौर पर टकराव से बचते हैं।
- The People-Pleaser with a Hidden Agenda
तुला (Libra) राशि के जातक संतुलन और सामंजस्य बिठाने में माहिर होते हैं। वे विवादों से बचते हैं और सबको खुश रखना चाहते हैं।
लेकिन, यदि इनकी कुंडली में शुक्र (Venus) ग्रह कमजोर हो, तो ये अपनी इस आदत के कारण अविश्वसनीय हो सकते हैं।

ऐसे लोग आपकी गुप्त बातें किसी और को बता सकते हैं, सिर्फ इसलिए ताकि सामने वाला उनसे नाराज न हो।
कैसे करें ऐसे लोगों की पहचान और बचाव?
आचार्य चाणक्य के अनुसार, किसी भी व्यक्ति पर आंख मूंदकर भरोसा न करें।
उसके शब्दों पर नहीं, बल्कि उसके कर्मों पर ध्यान दें।

देखें कि मुश्किल समय में कौन आपका साथ देता है और कौन सिर्फ बातें बनाता है।
ज्योतिषीय उपाय के तौर पर, अपने बुध को मजबूत करने के लिए ईष्ठ देव की आराधना करें ताकि आप सही और गलत की पहचान कर सकें।
शनिदेव की उपासना आपको कर्मठ बनाएगी और शत्रुओं से बचाएगी।
साथ ही, हनुमान चालीसा का नियमित पाठ आपको हर तरह की नकारात्मक ऊर्जा और छिपे हुए शत्रुओं से बचाने में सहायक सिद्ध हो सकता है।
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