आखिर क्यों आते हैं डरावने सपने?
रूपनगर (पंजाब) | ज्योतिषाचार्य अनिल कौशल
(Why do we have scary dreams?) स्वप्न शास्त्र के अनुसार, जब मनुष्य सोता है, तब वह सपनों की अनूठी दुनिया में प्रवेश करता है। इस दौरान कई बार ऐसे सपने आते हैं, जिनका हमारे वर्तमान जीवन से कोई स्पष्ट संबंध नहीं होता, तो कभी-कभी डरावने सपने आते हैं जो हमारी नींद उड़ा देते हैं और अचानक जागने के बाद भी डर का एहसास बना रहता है। इस रहस्यमय घटना के पीछे कारण क्या है और डरावने सपने क्यों आते हैं, यह प्रश्न हर व्यक्ति के मन में उठता है। वहीं, प्रेमानंद महाराज जी से एकांतिक वार्तालाप में एक व्यक्ति ने डरावने सपने आने का कारण पूछा, तो उन्होंने बहुत ही अच्छी तरह से इसकी व्याख्या की।
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डरावने सपनों का क्या कारण है?
प्रेमानंद महाराज ने बताया कि कभी-कभी हमारे सपनों में वे परिणाम सामने आते हैं जो हमने अनजाने में अपने कर्मों से अर्जित किए होते हैं। उदाहरण स्वरूप, यदि आप चलते हुए अनजाने में किसी जीव को नुकसान पहुंचा देते हैं, जैसे आपका पैर किसी मेंढक या किसी जीव पर पड़ जाता है और वह जीव मर जाता है, तब यह आपका मनसूबा नहीं होता, परन्तु उस कर्म का फलोंस्वरूप आपको सपनों में कष्ट सहना पड़ सकता है। ऐसे सपनों में आपको काटा जाना या पीड़ा महसूस होना, उसी कर्म के दंड के रूप में आता है। जागने पर भले ही सब सुरक्षित लगे, परंतु सपने उस अनजाने कर्म का भुगतान करा रहे होते हैं।

व्यर्थ के सपने भी आते हैं
प्रेमानंद महाराज ने यह भी स्पष्ट किया कि कभी-कभी सपने बिना किसी स्पष्टीकरण के भी आते हैं, जो व्यर्थ होते हैं और जिनका हमारे वास्तविक जीवन से कोई लेना-देना नहीं होता। यह स्वप्न केवल मानसिक सक्रियता या तंत्रिका तंत्र की अनियमितता का परिणाम हो सकते हैं।
भगवान और संतों के सपने: एक सकारात्मक संकेत
महाराज ने आगे कहा कि यदि सपनों में भगवान, गुरु या साधु-संत दिखाई दें, तो यह शुभ माना जाता है। ऐसे सपने सत्य के निकट होते हैं और हमें आध्यात्मिक मार्ग पर मार्गदर्शन देते हैं। यह दर्शाता है कि हमने जागरत अवस्था में भजन-पूजन या चिंतन किया है, जो सपनों में भी प्रकट होता है।
अच्छे सपनों के लिए क्या करें?
प्रेमानंद महाराज ने यह भी बताया कि अच्छी नींद और शुभ सपनों के लिए सोते समय एकाग्रचित्त होकर गुरु मंत्र का जाप करना चाहिए। मंत्र का जाप गिनती में नहीं, बल्कि पूर्ण भक्ति और ध्यान के साथ करना चाहिए। सोते समय भजन या धार्मिक दोनों भी मददगार होते हैं। इसके साथ ही, सोते समय अवांछित विचारों से बचना जरूरी है क्योंकि नकारात्मक सोच या बेकार की बातें दिमाग को व्यस्त करके बुरे सपने ला सकती हैं।
डरावने सपनों के पीछे हमारे अनजाने कर्मों का प्रभाव हो सकता है, परंतु चिंता करने की जरूरत नहीं क्योंकि वे केवल चेतावनी स्वरूप आते हैं। शुभ और सकारात्मक सोच, गुरु मंत्र जाप तथा भजन-पूजन से हम अपनी नींद सुगम और सपनों को सकारात्मक बना सकते हैं। प्रेमानंद महाराज के उपदेश हमें यह समझाते हैं कि सपनों की दुनिया भी कर्मों और मानसिक स्थिति से प्रभावित होती है, इसलिए शुद्ध विचार और भक्ति से जीवन को सुंदर बनाया जा सकता है।
सपनों को शुभ बनाने के लिए प्रेमानंद महाराज जी के अनुसार सोते समय गुरु मंत्र का जाप करना अत्यंत प्रभावी होता है। यहाँ कुछ सुझाव हैं जो आप अपना सकते हैं:
गुरु मंत्र का जाप:
ध्यान और भक्ति के साथ किसी सरल और प्रभावशाली गुरु मंत्र का जाप करें जैसे:
“ॐ गुरुभ्यो नमः”
“ॐ गुरुदेवाय नमः”
या आपके श्रद्धानुसार अपने गुरु का कोई सहज मंत्र।
भजन और धार्मिक गीत:
सोते समय भजन सुनना या भजन करने से मन शुद्ध होता है और शुभ सपने आते हैं।
शांत और एकाग्रचित्त मन से जाप करें:
जाप की संख्या से अधिक महत्व एकाग्रता और भक्ति की भावना पर होती है। गिनती में नहीं, बल्कि पूर्ण मनोयोग से मंत्र जाप करें।
सकारात्मक सोच बनाए रखें:
सोने से पहले नकारात्मक विचारों और तनाव को दूर करें, क्योंकि ये बुरे सपनों का कारण बन सकते हैं।
प्रातःकाल ध्यान:
सुबह ध्यान और प्रार्थना करना भी मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाता है, जो रात के सपनों पर भी अच्छा प्रभाव डालता है।
आप सूर्योदय के बाद या रात सोने से पहले उपर्युक्त मंत्र जाप और ध्यान करने का प्रयास करें। इससे आपके मानसिक स्थिति में सुधार होगा और सपनों की दुनिया में भी सकारात्मक बदलाव आएगा।
यदि आप किसी विशेष धार्मिक या आध्यात्मिक मार्ग के अनुयायी हैं, तो अपने गुरु या संत से भी विशेष मंत्र सुहाने सपनों के लिए पूछ सकते हैं।
